श्रीमती देवकीबा मोहनसिंहजी चौहान कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड साइंस पश्चिमी क्षेत्र का पहला ऐसा महाविद्यालय बन गया है जिसने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की प्रमुख शाखा,प्रतिष्ठित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र,अहमदाबाद के साथ शैक्षणिक गठबंधन पर हस्ताक्षर किए हैं।श्रीमती देवकीबा मोहनसिंहजी चौहान कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड साइंस की प्राचार्या डॉ सीमा पिल्लई,उप प्राचार्या डॉ जाह्नवी अरेकर (IQAC coordinator)और मानव संस्थान प्रबंधक श्रीमती मनाली चौहान की उपस्थिति में इस शैक्षणिक गठबंधन को क्रियान्वित किया गया।
17 अप्रैल 2025 को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) के साथ संस्था ने शैक्षणिक अनुसंधान में एक नए युग की शुरुआत की है। यह ऐतिहासिक साझेदारी अंतरिक्ष विज्ञान और युवा कल्पना के दायरे को जोड़ती है, जिससे संघ प्रदेश के छात्रों के लिए नए अवसरों के मार्ग प्रशस्त होंगें।
गौरतलब है कि श्रीमती देवकीबा कॉलेज शीघ्र ही वैज्ञानिक जिज्ञासा जागृत करने और अंतरिक्ष विज्ञान और इसके अनुप्रयोगों में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए अल्पकालिक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम आरंभ करेगा। ये पाठ्यक्रम स्कूल और कॉलेज दोनों के छात्रों के लिए खुले होंगे।
इस साझेदारी से प्रदेश के छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व स्तरीय शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्राप्त होंगे जिससे वे नित नए कीर्तिमान स्थापित कर सकेंगें।
इस सफलता के पीछे लायंस क्लब ऑफ सिलवासा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष महोदय श्री फतेहसिंहजी चौहान की दूरदर्शी सोच,समर्थन एवम् शिक्षा के प्रति उनकी सकारात्मक भूमिका है। उल्लेखनीय है कि श्री फतेहसिंहजी चौहान एवं उनकी प्रबंधन समिति के दिशा निर्देशन में ये संस्थान अपने संकुल में शिक्षण और सीखने का एक ऐसा शैक्षणिक,सांस्कृतिक,सामाजिक एवं बौद्धिक वातावरण प्रदान कर रहा है जहां विद्यार्थी राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देकर अपने राष्ट्रीय दायित्वों का निर्वहन करने में सक्षम हो सके।
यह उपलब्धि लायंस क्लब ऑफ सिलवासा चैरिटेबल ट्रस्ट के तीनों संस्थानों के प्रत्येक सदस्य के लिए गर्व का विषय होने के साथ ही पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणा हैं कि छोटे से क्षेत्र से होकर भी हमारे सपने और लक्ष्य आसमान से भी ऊंचे हो सकते हैं।इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए पूरा प्रदेश माननीय अध्यक्ष महोदय श्री फतेहसिंहजी चौहान एवं उनके प्रबंधन का आभारी रहेगा।

