ट्रैफ़िक पुलिस को देखकर वाहन चालक रास्ता बदल लेते हैँ। ऐसे मे ट्रैफिक कार्यालय से अगर किसी को कॉल आ जाये और उसे कार्यालय बुलाया जाय तो साधारण व्यक्ति की हालत क्या होगी ? उसके मन मे पहला ख्याल किसी यातायात नियम की अवहेलना करने पर जुर्माना भरने का ही आयेगा।पर यहाँ मामला कुछ और निकला। 25 अगस्त 2024 को होमगार्ड धर्मेश जे. टोकरे अथाल तीन रास्ता पर अपनी ड्यूटी पर थे। इसी दरमियान उन्हें रास्ते पर एक गिरा हुआ पर्स मिला। पर्स मे 5000 रुपये नकद और 5.5 लाख का चेक तथा ओरिजिनल मूल दस्तावेज थे। दस्तावेज प्रतीक अहीर, रहवासी सरीगाम गुजरात के नाम से था।ट्रैफ़िक पुलिस धर्मेश ने अपनी इमानदारी दिखाते हुए प्रतीक अहीर से संपर्क करके उन्हे ट्राफिक ऑफिस PHQ में बुलाया और उन्हे उनका पर्स वापस कर दिया।

