सिलवासा। 7 जून 2023 को लायंस क्लब ऑफ सिलवासा चैरीटेबल ट्रस्ट के 40 वर्ष पूर्ण होने पर लायंस एजूकेशनल कैंपस में “गायत्री यज्ञ” का आयोजन किया गया। मंत्रोच्चार के बीच हवन यज्ञ के पश्चात महाआरती, कन्या पूजन और कन्या भोज कराया गया।
तदोपरांत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ हुआ। छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थिति लोगों को आत्ममुग्ध कर दिया। दीप प्रज्वलन के बाद शुरू हुआ नृत्य, गीत और संगीत का कार्यक्रम देर तक चला। लायंस क्लब ऑफ सिलवासा चैरीटेबल ट्रस्ट के 40 वर्ष पूर्ण होने पर केक काटकर खुसी मनाई गई।
इस दौरान लायंस क्लब ऑफ सिलवासा चैरीटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन फतेहसिंह चौहान, वाइस- चेयरमैन ए.डी. निकम, सेक्रेटरी ए.नारायणन, ट्रेजरर विश्वेष दवे, ट्रस्टी प्रवीण जे. पटेल, ज्वाइंट ट्रेजरर हीराभाई पटेल, ज्वाइंट ट्रेजरर जयेन्द्रसिंह राठौड, पूर्व सांसद सीताराम गवली, श्रीमती देवकीबा मोहन सिंह जी चौहान कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या सीमा पिल्लई, हवेली इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज़ एण्ड रिसर्च की प्रभारी प्राचार्या निशा पारीख, उपप्राचार्या शिल्पा तिवारी एवं लायंस इंग्लिश स्कूल की प्रभारी प्रधानाचार्या निराली पारीख, समस्त शिक्षकगण एवं स्टाफ उपस्थित रहे।
40 वर्ष के सफर में लायंस क्लब ऑफ सिलवासा चैरिटेबल ट्रस्ट ने प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में पेश की है अद्भुत मिसाल
जीवन में सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है कि हमें मन, वचन और कर्म में समानता बनाए रखनी चाहिए। जब हमारे सोचने के तरीके और उसके क्रियान्वन में समानता होती है, तब हमें कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं लगता। ऐसे ही शिक्षा के प्रसार के पवित्र लक्ष्य को सामने रखते हुए 1983 में श्री कृष्णदेव सिंह जी की अध्यक्षता में 17 सदस्यों की समिति बनाकर लायंस स्कूल ऑफ सिलवासा चैरिटेबल की नींव रखी गई जिसमें श्री जी पी माथुर(उपाध्यक्ष), श्री एम पी शाह,श्री सी एम पारेख,श्री जे के पुरोहित,श्री एम जी सोलंकी,श्री ए नारायणन, श्री जे एस बासन,श्री डी आर शाह,श्री आर पी शाह,श्री पी पी लेले, श्री पी एन भट्टी ,श्री फतेहसिंह एम चौहान,श्री बी एस पटेल,श्री पी जे पटेल,श्री कोकन बिस्वास एवम श्री मुकेश जैन शामिल थे।
1983 में 18 विद्यार्थियों के साथ शुरू किया गया ये संस्थान समय के साथ साथ विभिन्न विभूतियों की अध्यक्षता(श्री रजनीकांत वर्मा 1986-1987,श्री के एन दोषी 1987-1990, श्री जसवंत सिंह सी राठोड 1990- 2010) में बढ़ता गया और इसने तरक्की के कई आयामों को छुआ।
सन् 2010 में वर्तमान अध्यक्ष महोदय श्री फतेहसिंह जी चौहान ने इस संस्था का कार्यभार संभाला और अपने अद्भुत नेतृत्व कौशल एवं संपूर्ण समर्पण से उन्होंने इस संस्थान में न केवल आधारभूत संरचनाओं का विकास किया अपितु इसे एक पूर्ण विकसित,विशाल एवं लोकप्रिय संस्थान के रूप में भी स्थापित कर दिया।
सन् 1983 में रोपित किया हुआ एक छोटा सा बीज आज एक वटवृक्ष का रूप ले चुका हैं तथा अपने संकुल में लगभग 5,000 से भी अधिक बच्चों को विद्या प्रदान कर रहा हैं एवं अपनी शाखाएं दो महाविद्यालय, श्रीमती देवकीबा मोहनसिंह जी चौहान कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड साइंस एवं हवेली इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च के रूप में भी फैला चुका हैं।
आज ये संस्थान अपने संकुल में एक ऐसा सांस्कृतिक, सामाजिक व बौद्धिक वातावरण प्रदान कर रहा हैं जहां विद्यार्थी राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सके, हमारी युवा पीढ़ी समय से दो कदम आगे चले, एवं अमृतकाल की समाप्ति तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प रूपी महायज्ञ में अपनी आहुति दे सके और अपने मानवीय दायित्वों को पूरा करने के लिए भी समर्थ हो।

