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NRI केशव बटाक ने अपने परम् मित्र अंतर्राष्ट्रीय कथाकार प्रफुलभाई शुक्ल के नातियों को 12 वीं विज्ञान प्रवाह इंग्लिश मीडियम में उत्कृष्ट परीक्षा परिणामों पर दिया अभिनंदन

Written by krishnanewsnetwork

♦️ *कहा-भारत के सनातनी संतानों को बनायें संस्कारी-धार्मिक*
♦️ *केशव बटाक ने दानह एवं दमण-दीव के 10 वीं और 12 वीं में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों को सेन्ट्रल लंदन से दी बधाई*
सैल्यूट तिरंगा के यूके प्रेसिडेंट NRI केशव बटाक ने अंतर्राष्ट्रीय कथाकार एवं अपने परम् मित्र प्रफुलभाई शुक्ल (खेरगाम) के जुड़वां नातियों (दौहित्र) को गुजरात बोर्ड की कक्षा 12 वीं विज्ञान प्रवाह में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सेन्ट्रल लंदन से शुभकामनाएं दी हैं। NRI ग्रुप लंदन-यूके के कन्वीनर केशव बटाक ने सेन्ट्रल लंदन से जारी प्रेस बयान में कहा कि मैं 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा में दानह-दमण-दीव-वलसाड़ के सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों को बधाई देता हूँ। मुझे अपने परम् मित्र प्रफुलभाई शुक्ल जी की बेटी के जुड़वां पुत्रों-आयुष जानी (97 %) और आदर्श जानी (95 %) के 12 वीं विज्ञान प्रवाह में बेहतरीन परीक्षा परिणामों को जान कर प्रसन्नता हुई। प्रफुलभाई शुक्ल जी मुझसे बातचीत में अक्सर आयुष और आदर्श की पढ़ाई-लिखाई में उत्कृष्टता व आध्यात्मिकता की चर्चा करते रहे हैं। आयुष और आदर्श जानी का 12 वीं साइंस स्ट्रीम, इंग्लिश मीडियम में यह प्रदर्शन मायने रखता है। आयुष और आदर्श जानी ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से अपने परिवार, विद्यालय व वलसाड़ जिला के साथ समस्त ब्राह्मण समाज का गौरव बढ़ाया है। मैंने आयुष-आदर्श के पिताश्री चिंतन जानी से भी फोन पर बात कर उन्हें जुड़वां बेटों की उपलब्धि पर बधाई दी। मुझे जानकर खुशी हुई कि दोनों बेटे अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। आयुष जानी और आदर्श जानी को मेरा आशीर्वाद और शुभकामनाएं हैं। आयुष और आदर्श जानी ने ननिहाल जाकर अपने नानाश्री प्रफुलभाई शुक्ल जी का आशीर्वाद लिया है। प्रफुलभाई शुक्ल जी ने दोनों नातियों को समस्त मनोरथ पूर्ण होने का आशीर्वाद दिया है। आयुष और आदर्श जानी का परिवार well educated है। पिता फार्मासिस्ट और माँ प्री-पीटीसी हैं। मुझे ज्ञात हुआ है कि आयुष-आदर्श, प्रफुलभाई शुक्ल जी की कथाओं में अक्सर वंदना, भजन भी गाते हैं। यह बहुत अच्छी बात है। सनातनी संतानों को पढ़ाई-लिखाई के साथ आध्यात्मिक भी होना चाहिए। आध्यात्मिकता से आत्मविश्वास बढ़ता है और चरित्र-बल मजबूत होता है। यूके में भी सनातनी परिवारों के बच्चों को संस्कारी व धर्म परायण बनाने पर हमारा जोर है। भारत में सभी सनातनी भी अपनी संतानों को धर्म-परायण बनायें। तभी भावी चुनौतियों से निपट सकेंगे।

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